व्यक्तिगत रूप से मुझे कोई भी रियलिटी शो पसंद नहीं है | मुझे उनकी वास्तविकता और नियम कानूनों पर कभी यकीं हुआ ही नहीं | परन्तु यहाँ मेरे व्यक्तिगत पसंद -नापसंद की छोड़िये ,बात यहाँ पर चिल्ड्रन रियलिटी शोज की है |
सुजीत सरकार ( जाने माने फिल्म डायरेक्टर ) के एक ट्वीट ने सबको टीवी के सामने बैठे ये रियलिटी शोज देखते हुए सोचने पर मजबूर कर दिया है|

“Urgently ban all reality shows involving children.Its actually destroying them emotionally and their purity”

क्या यह सच नहीं है की ,बच्चों को इतनी छोटी से उम्र में “रिजेक्शन” और “एलिमिनेशन ” जैसी चीजों से अवगत करवा कर उनकी मासूमियत उनसे छीनी जा रही है ?

घर वापिस जाते हुए जब ” So Called Judges ” जब उन मासूम बच्चों को अगली साल फिर इसी बेतुके से शो में आने की सलाह देते हैं , वो क्या उन बच्चों के भविषय से खिलवाड़ नहीं है ?

माँ बाप बच्चों के शो से बहार जाते हुए बच्चों से ज्यादा रोते है , वो क्या बच्चों पर एक गलत दबाव नहीं है ?

खुद किसी रियलिटी शो में एलिमिनेशन का दंश झेले हुए कुछ लोग या कुछ सेलिब्रिटी टाइमपास करने के लिए judges बनकर बैठ जाते हैं | और हो गयी चिल्ड्रन रियलिटी शो की रेसिपी तैयार | अब इसमें तड़का बच्चों की भावनाओ का लगे या उनकी मासूमियत जल कर खाक हो जाए , शो के प्रोडूसर्स को तो पैसा कमाने से मतलब है |
हम अपने लेवल पर भले ही इनको बंद न कर पाए पर बहिष्कार तो कर सकते हैं|
इस बात की गंभीरता पर विचार करें और इन शोज के बहिष्कार का एक हिस्सा बने |

क्युकी किसी को हक़ नहीं किसी भी बच्चे से उसके बचपन छीन ने का | उसकी मासूमियत कुचलने का |

#Don’t strip children of their innocence #Say no to reality shows

 

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